Carousel Widget

https://studyat360.blogspot.com/p/fruits-name-and-its-fa.html

D: Damson plum Dinosaur Eggs (Pluots) Dates- डेट्स- खजूर Phoenix dactylifera, commonly known as date or date palm,is a floweri...

Fruits Name : D: Damson plum

D: Damson plum







Dinosaur Eggs (Pluots)


Dates- डेट्स- खजूर

Phoenix dactylifera, commonly known as date or date palm,is a flowering plant species in the palm family, Arecaceae, cultivated for its edible sweet fruit. Although its place of origin is unknown because of long cultivation, it probably originated from lands around Iraq.

The species is widely cultivated and is naturalized in many tropical and subtropical regions worldwide.



खजूर (Khajur)

मौसम के बदलने पर शरीर में भी कुछ बदलाव करने पड़ते हैं और अपने खानपान में बदलाव लाकर हम अपने शरीर को स्वस्थ बना सकते हैं। सर्दियों में कुछ खास खाद्य पदार्थों के सेवन से हमारे शरीर को विशेष लाभ होता है। खजूर को सर्दियों का मेवा कहा जाता है और इस मौसम में खाने से खास फायदे होते हैं। खजूर के पेड़ की खेती सदियों से की जा रही है।

एक खजूर की लंबाई 3 से 7 सेंटी मीटर तक हो सकती है। खजूर का पेड़ लंबा होता है और इसमें पत्तियां बहुत कम होती हैं। खजूर के पेड़ नारियल के पेड़ों की तरह होते हैं। ये पेड़ 30 से 50 फुट ऊँचे होते हैं और इसके तने तंतुओं से बने 3 फुट लंबे मटमैले होते हैं। खजूर के पत्ते नोकदार कटे-कटे से 10 ऐ 15 फुट तक लंबे होते हैं। खजूर के फूल खुशबूदार और छोटे होते हैं।

खजूर मीठे फलों का राजा होता है। खजूर फल छोटे-छोटे होते हैं और इनके बीज सख्त व दोनों सिरों से गोल होते हैं। खजूर के पेड़ को आल पर्पस ट्री के नाम से भी जाना जाता है। मुस्लिम समुदाय में खजूर को बहुत अधिक मान्यता प्राप्त है रमजान के दिनों में अपने रोजे को खोलने के लिए खजूर का ही प्रयोग किया जाता है।

खजूर को संस्कृत में खर्जूर , भुमिखर्जुरिका , दुरारोह , स्वादुमस्तका कहते हैं। जो खजूर काबुल , कंधार , इराक आदि देशों में मिलता है उसे पिंड खजूर कहते हैं। पिंड खजूर को सुलेमानी खजूर भी कहा जाता है। देशी खजूर भारत में दक्षिण भारत , महाराष्ट्र , कर्नाटक में बहुत मात्रा में पाया जाता है।

खजूर के नाम विभिन्न भाषाओं में : संस्कृत में खजूर को खर्जूर , हिंदी में खजूर , छुआरा , पिंड खजूर , अंग्रेजी में डेट , लैटिन में फिनिक्स डेक्टीलीफेरा , मराठी में खारिक , गुजरती में खोरेक , बंगाली में खेजूर कहते हैं।

खजूर की तासीर : खजूर , पिंड खजूर और छुआरा तीनों प्रकार के खजूर स्वभाव या तासीर में ठंडे होते हैं। यह रस और पाक में मधुर होते हैं।

खजूर का रंग व् स्वाद : पके हुए खजूर का रंग गहरे पीले और लाल रंग का होता है लेकिन सूखे हुए खजूर का रंग अधिकतर भूरा होता है। खजूर स्वाद में बहुत मीठा और गुणकारी होता है। खजूर को मिठास के आधार पर तीन भागों में बांटा जाता है – नरम खजूर , हल्का सुखा खजूर और पूरी तरह से सुख हुआ खजूर। हालाँकि खजूर के यह तीनों प्रकार लगभग एक जैसे ही होते हैं लेकिन स्वाद और आकर में थोडा सा फर्क होता है।

खजूर के प्रकार (Types Of Dates In Hindi)

किस्मों के आधार पर खजूर कई प्रकार के होते हैं।

1. मेडजूल : मोर्क्कों में इस किस्म के खजूर की उत्पत्ति होती है। यह एक अमीर टॉफी जैसे स्वाद का और बहुत ही स्वादिष्ट होता है।

2. बरही : खजूर की यह किस्म इराक में बसरा का मूल हैं। पकने के बाद यह गोल और भूरे रंग का होता है। यह मोटे गूदे और शानदार स्वाद के साथ-साथ कोमल होता है।

3. हलावई : खजूर की यह किस्म इराक के मूल हैं। यह निश्चित रूप से मिठाई और आकर में माध्यम से लेकर छोटा होता है।

4. डायरी : यह किस्म मठ के खजूर के रूप से जाना जाता है। ये खजूर लंबे , पतले ,काले रंग के और कोमल होते हैं।

5. डेगलेट नूर : खजूर की यह किस्म अल्जीरिया और ट्यूनीशिया में उपलब्ध सर्वोत्तम किस्मों में से एक है। ये आधे सूखे हुए होते हैं और स्वाद में उतने मीठे भी नहीं होते हैं। इस किस्म को अधिकतर खाना पकान के लिए प्रयोग किया जाता है।

6. सीदी : खजूर की यह किस्म लीबिया में बहुत लोकप्रिय है और बहुत मीठा भी होता है। इस किस्म को अधिकतर गर्म मौसम में उगाया जाता है।

7. मक्टूम : खजूर की यह किस्म विशाल , मोटे गूदे और लाल या भूरे रंग की होती है। यह बहुत ही कोमल होते हैं लेकिन बहुत कम मीठे होते हैं।

8. हयानी : खजूर क यह किस्म बहुत हद तक मिस्त्र में उग चुके हैं। ये काले रंग या गहरे लाल रंग के होते हैं।

9. मिग्रफ : खजूर की यह किस्म मेजरफ के रूप में भी जानी जाती है। यह किस्म अपनी गुणवत्ता की वजह से दक्षिणी यमन में लोकप्रिय है। यह बड़े रंगों में सुनहरे एम्बर के होते हैं।

10. इटिमा : यह किस्म अल्जीरिया का मूल है और बहुत ही मीठे होते हैं। ये बड़े आयताकार और हल्के एम्बर रंग के होते हैं।

Dewberries-

The dewberries are a group of species in the genus Rubus, section Rubus, closely related to the blackberries. They are small trailing (rather than upright or high-arching) brambles with aggregate fruits, reminiscent of the raspberry, but are usually purple to black instead of red.
Dewberries are common throughout most of the Northern Hemisphere and are thought of as a beneficial weed. The leaves can be used to make a herbal tea, and the berries are edible and taste sweet. They can be eaten raw, or used to make cobbler, jam, or pie. Alternatively, they are sometimes referred to as ground berries.
Around March and April, the plants start to grow white flowers that develop into small green berries. The tiny green berries grow red and then a deep purple-blue as they ripen. When the berries are ripe, they are tender and difficult to pick in any quantity without squashing them. The plants do not have upright canes like some other Rubus species, but have stems that trail along the ground, putting forth new roots along the length of the stem. The stems are covered with fine spines or stickers. The berries are sweet and, for many, less seedy than blackberries.

Dragon Fruit - पिताया



A pitaya or pitahaya is the fruit of several different cactus species indigenous to the Americas. Pitaya usually refers to fruit of the genus Stenocereus, while pitahaya or dragon fruit refers to fruit of the genus Hylocereus, both in the Cactaceae family. The dragon fruit is cultivated in Southeast Asia, Florida, the Caribbean, Australia, and throughout tropical and subtropical world regions.

ड्रैगन फ्रूट को पिताया, एंटी इंफ्लेमेटरी फ्रूट, होनोलुलु क्वीन, स्ट्रोबेरी पियर के नाम से भी जाना जाता है। ड्रैगन फ्रूट ऊपर से तो बहुत उबड़ खाबड़ दिखाई देता है लेकिन अंदर से बहुत ही मुलायल होता है। ड्रैगन फ्रूट स्वाद में बहुत ही स्वादिष्ट होता है। ड्रैगन फ्रूट के फूल सिर्फ रात में ही खिलते हैं दिन में नहीं।

ड्रैगन फ्रूट लाल और हलके गुलाबी रंग का होता है और इसकी पत्तियां हरे रंग की होती हैं। इसकी पत्तियों की वजह से ही यह ड्रैगन जैसा दिखाई देता है इसी वजह से तो इसे ड्रैगन फ्रूट कहा जाता है। इसका गूदा सफेद और बीज काले रंग के होते हैं। इसका गूदा लाल और भी होता है। ड्रैगन फ्रूट का स्वाद नाशपाती और कीवी कि तरह का होता है।

E: Elderberry -





Eggfruit

Evergreen Huckleberry

Entawak

0 comments: