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T: Tomato - टमाटर  Tangerine- कीनू ( संतरा / नारंगी की एक किस्म ) A variety of mandarin orange ...

Fruits Name : T: Tomato













T: Tomato - टमाटर 






Tangerine- कीनू ( संतरा / नारंगी की एक किस्म ) A variety of mandarin orange






Oranges and tangerines grow in the hilly regions of Nepal; mangoes in the Terai, the plain in the south of the country.

a small citrus fruit with a loose skin, especially one of a variety with deep orange-red skin.

In his kitchen - a tangerine tree and redolent jasmine that he planted just outside - he seems a little sad, beaten.
the citrus tree that bears the tangerine.




नींबू वर्गीय प्रजाति के फलों का मूल स्थान दक्ष्णि-पूर्वी एशिया है| इस प्रजाति में कीनू , संतरा, निम्बू और लैमन आदि शामिल है| यह पंजाब का मुख्य फल है| किन्नू की फसल पूरे उत्तरी भारत में उगाई जाती है| भारत में केले और आम के बाद यह तीसरे स्थान पर बड़े फल है| यह फल विटामिन सी के भरपूर स्त्रोत है| पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर आदि किन्नू उगाने वाले मुख्य राज्य है|

कीनू क्या है?

इसे कीनो या कीनू कहा जाता है। ये दो सायट्रस कल्टीवेटर्स king और willow Leaf से बना हाइब्रिड फल है। कीनू संतरे की तुलना में ज्यादा रसीला होता है और इसकी ज्यादातर उपज पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, राजस्थान और हरियाणा के भी कुछ इलाकों में होती है। संतरे की इस हाईब्रिड वरायटी को एस बी फॉरेस्ट ने 1935 में इंट्रोड्यूस किया था।



कीनू : यह राज्य का मुख्य फल है| इसके फल सुनहरी-संतरी रंग के होते है और रस मीठा होता है| इसके फल हल्के खट्टे और स्वादिष्ट होते हैं| इसके फल जनवरी में तुड़ाई के लिए तैयार हो जाते हैं|

स्थानी कीनू : यह पंजाब के छोटे क्षेत्रों में उगाई जाने वाली किस्म है| इसके फल आकार में छोटे और सामान्य होते हैं| इसका छिलका संतरी-पीले रंग का होता है| इसके फल दिसंबर से जनवरी महीने में पक कर तैयार हो जाती है|


पी ए यु  कीनू : इस किस्म के फल जनवरी महीने में पक जाते हैं। फल में 0—9 बीज होते हैं। इसकी औसतन उपज 45 किलो प्रति वृक्ष होती है।
देशी कीनू : इस किस्म के फल नवंबर के तीसरे सप्ताह में पकते हैं। फल में 10—15 बीज होते हैं। इसकी औसतन उपज 57 किलो प्रति वृक्ष होती है।

संतरा और कीनू  में अंतर 

बायोलॉजिकल अंतर

आप कीनू को देसी संतरे का विदेशी रूप कह सकते हैं क्योंकि इनमें बायोलॉजिकली काफी अंतर होता है। संतरा citrus reticulate और citrus maxima का हाईब्रिड होता है वहीं कीनू citrus deliciosa और citrus nobilis का हाईब्रिड होता है।

रंग में फर्क

कीनू का रंग देखने में थोड़ा डार्क होता है तो वहीं संतरे का रंग केसरिया से लेकर लाइट ऑरेंज तक होता है। अगर आप संतरा खरीदते समय इनके रंग को ध्यान से देखें तो पता चल जाएगा कि इनमें से संतरा कौन-सा है और कीनू कौन-सा।

छिलके में अंतर

संतरे का छिलका काफी हल्का और पतला होता है जिसे आप आसानी से छील सकते हैं और ये सूरज की रोशनी में जल्दी पकने लगता है। वहीं कीनू का छिलका मोटा और टाइट होता है जो कि सूरज की रोशनी से जल्दी प्रभावित नहीं होता है।

स्वाद

वैसे तो ये दोनों फल देखने में काफी हद तक एक जैसे होते हैं लेकिन इनके स्वाद एक दूसरे से काफी अलग होते हैं। कीनू संतरे की अपेक्षा ज्यादा रसीला और खट्टा होता है। जबकि संतरे में थोड़ा मीठापन भी होता है।

कीमत में फर्क

कीनू संतरे की तुलना में सस्ता होता है। इसके अलावा कीनू में संतरे की अपेक्षा ज्यादा बीज होते हैं इसलिए भी संतरा कीनू से ज्यादा मंहगा होता है।







Tamarind - इमली







The tamarind tree produces pod-like fruit, which contain an edible pulp that is used in cuisines around the world. Other uses of the pulp include traditional medicine and metal polish.




The wood can be used for woodworking, and tamarind seed oil can be extracted from the seeds. Because of the tamarind’s many uses, cultivation has spread around the world in tropical and subtropical zones.





Tart Cherries - तीखा चेरी







चेरी में मादक सुगंध के साथ एक सुंदर फल है। एक शोध के अनुसार हर चार में से एक व्यक्ति या कहें 25 प्रतिशत लोग इंसोनमिया स्लीपलेसनेस के शिकार हैं और हर पांचवें व्यक्ति को रात में पांच घंटे से ज्यादा नींद ना आने की प्रॉब्लम हो रही है इसी रिसर्च में यह तथ्य भी सामने आए हैं कि चेरी खाने या जूस पीने से व्यक्तियों को अच्छी नींद आती है। चेरी खट्टा-मीठा फल है, जो बहुत टेस्टी है। प्रोटीन और विटामिन से भरपूर यह फल अच्छी नींद के साथ हर उम्र के लोगों के लिए लाभदायक होती है। चेरी या उसका जूस इनटेक करने वाले व्यक्ति को लगभग 17 मिनट ज्यादा नींद आती है।


चेरी त्वचा को पोषण देती है। इसमें मौजूद बीटा कैरोटीन सूरज की यूवी किरणों से त्वचा की रक्षा करने में मदद करता है। साथ ही ड्राय स्किन पर चेरी का पेस्ट कमाल का काम करता है। चेरी के अम्लीय तत्व मृत त्वचा की कोशिकाओं से निजता दिलाने में मदद करती है। इससे त्वचा सॉफ्ट और चमकदार हो जाती है।



खट्टी लाल चेरी को गठिया के मरीजों, एथलीट की रिकवरी और रात में नींद न आने की परेशानी को दूर करने के लिए असरदार माना जाता है. अब एक नई स्टडी में इसका हेल्थ के लिए एक और बड़ा फायदा सामने आया है. रिसर्च में पाया गया कि खट्टी चेरी के जूस को डायट का हिस्सा बनाने पर बुजुर्गों को सोचने-समझने की क्षमता को बनाए रखने व उसे सुधारने में मदद मिलती है.

फूड ऐंड फंक्शन' नाम के जर्नल में पब्लिश हुई इस स्टडी के मुताबिक, रोजाना चेरी जूस पीना 65 से लेकर 73 साल के उम्र के लोगों की याददाश्त को मजबूत करता है. यह वृद्धावस्था में भी उनकी इंडिपेंडेंट और क्वॉलिटी लिविंग में सहायता करता है.


इस स्टडी की लीड ऑर्थर के मुताबिक, 'खट्टी चेरी के इस फायदे का कनेक्शन उसमें मिलने वाले बायोऐक्टिव कम्पाउंड्स पॉलीफेनॉल्स, एंथोसायनिन, मेलानिन से जुड़ा हो सकता है. इसके साथ ही चेरी की ब्लड प्रेशर को कम करने की क्षमता भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकती है. ब्लड फ्लो का सीधा संबंध दिमाग से होता है, ऐसे में इसका संतुलन बना रहे तो दिमाग को भी तंदुरुस्त बने रहने में मदद मिलती है'.




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